Ekta Singh

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प्रेम जाल

नम्रता मलखान सिंह जी को देखकर आश्चर्यचकित हो जाती है। क्योंकि यह तो वही बुजुर्ग अंकल है जो कि उसका एक महीने से पीछा कर रहे हैं।

नम्रता--मम्मी मेरी बात सुनो। माया जी-क्या बात है बेटा

नम्रता-मम्मी यह अंकल मेरा बहुत दिनों से पीछा कर रहे हैं।

माया जी-अच्छा तूने बताया क्यों नहीं। मुझे लगता है तेरे बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे होंगे। जब इनको लगा की लड़की अच्छी है तभी हमारे घर रिश्ता लेकर आए हैं। वैसे भी हमारी बेटी लाखों में एक है।

नम्रता-बस मम्मी रहने दो झूठी तारीफ मत करो।

माया जी-चलो जाओ उनको चाय नाश्ता दो।

नम्रता-मैं नहीं दे रही।शेरी जाकर दे देगी।

फिर शेरी चाय नाश्ता लेकर जाती है। थोड़ी देर में सभी लोग एक साथ बैठ जाते हैं।

मलखान जी-देवपाल जी मुझे तो आपकी बिटिया बहुत पसंद है। मेरा बस चले तो इसको अभी ब्याह कर ले जाऊँ। बहुत ही समझदार और मेहनती लड़की है आपकी। पिछले 1 महीने से मैं आपकी बिटिया को देख रहा हूँ। फिर जाकर आपका नंबर मिला और मैंने आपको फोन किया।

मलखान सिंह जी -नम्रता बेटा मुझे माफ करना तुमको भी लग रहा होगा कि यह अंकल आगे पीछे बहुत टकरा रहे है।

नम्रता चुपचाप सारी बातें सुन रही थी। वह क्या ही रहती। थोड़ी देर बाद नम्रता और शेरी अपने कमरे में चली गई। मलखान अंकल मम्मी पापा आपस में बात करने लगे। काफी देर बातों का सिलसिला चलता रहा। हमारे परिवार की सारी जानकारी लेने के बाद अंकल चले गए।

उनके जाते ही शेरी और नम्रता ने मम्मी पापा को घेर लिया। और उनसे सारी बातें पूछने लगे। बातों बातों में समय का पता ही नहीं चला। शाम होने को आ गई।

सब लोग अपने अपने कामों में लग गए। नम्रता अभी काम समेट कर बैठी हुई थी कि इतनी ही देर में फोन पर दीपक का नंबर शो हुआ।

नम्रता घूमते घूमते दीपक से बात करने लगी'। नम्रता-आज तो मेरे लिए एक रिश्ता आया है

दीपक-क्या?क्या कह रही हो तुम?

नम्रता-अरे यार तुमको मैंने बताया था ना कि एक अंकल मेरा पीछा कर रहे हैं कभी वह मुझे घर के आगे दिखते थे कभी वह मुझे स्कूल की साइड, कहीं ना कहीं दिख जाते थे।आज हमारे घर आए थे। वह अपने पोते का रिश्ता लेकर आए थे।

दीपक-फिर क्या हुआ सबका कैसा रिस्पॉन्स था? तुम्हारे मम्मी पापा क्या कह रहे थे?

नम्रता-सारे सवाल एक साथ पूछ लोगे क्या?

दीपक-मुझे घबराहट हो रही है जल्दी-जल्दी बताओ क्या हुआ?

नम्रता-अंकल के पोते का नाम मोहित है और वह इंजीनियर है। और मेरठ में उनकी 400 गज की कोठी है। लड़के की एक बहन है उसकी शादी हो चुकी है। बहुत पैसे वाले लोग हैं। मम्मी पापा तो बहुत खुश है और देखते हैं आगे क्या होता है?

दीपक-अरे तुम बिल्कुल शादी के लिए तैयार बैठी हो क्या?

नम्रता-अरे यार कभी ना कभी तो शादी करनी ही पड़ेगी।

दीपक-खुश हो बहुत मेरी जान निकल रही है।

नम्रता-रिलैक्स घबराने की जरूरत नहीं है। अच्छा सुनो यार मम्मी बुला रही है मैं कल दिन में बात करूंगी। दोनों एक दूसरे को बाय करके फोन रख देते हैं।

नम्रता मम्मी की हेल्प करने किचन में चली जाती है। थोड़ी देर बाद सब लोग रात का खाना खाने बैठ जाते हैं।

अगली सुबह सब लोग अपने-अपने काम में लग जाते हैं। नम्रता अपने स्कूल निकल जाती है। अब शेरी की भी तबीयत काफी ठीक थी तो आज से शेरी को भी कॉलेज जाना है। वह भी कॉलेज निकल जाती है।

देवपालजी और माया जी नम्रता के बारे में बात करने लगते हैं। उन्हें यही लग रहा था, ना जाने क्या जवाब आएगा। क्योंकि उन्होंने बताया था कि वह फोन पर बताएंगे। कि उन लोगों को नम्रता को देखने कब आना है।

आज पूरा एक हफ्ता हो गया था मलखान सिंह जी का कोई भी जवाब नहीं आया था।

माया जी --सुनो जी उनका फोन नहीं आया तो क्या हुआ? आप एक बार फोन कर लो हम बेटी वाले हैं। देवपाल जी-हां तुम ठीक कह रही हो।

थोड़ी देर में ही देवपाल जी मलखान सिंह जी का नंबर मिला देते हैं।

ट्रेन ट्रेन ट्रेन ट्रेन फोन की घंटी बज रही थी।लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया? आखिरकार देवपाल जी ने फोन रख देते हैं।

थोड़ी देर बाद फिर फोन की घंटी बजती है देवपाल जी फटाफट फोन उठाते हैं। हेलो हेलो कौन?? देवपाल जी मैं मलखान सिंह बोल रहा हूँ।माफ करिए मुझे फोन आपको पहले ही कर देना चाहिए था। लेकिन मुझे कहते हुए अच्छा नहीं लग रहा था इसीलिए फोन करने में बड़ा संकोच हो रहा था। देवपाल जी-क्या हो गया? भाई साहब बताइए तो सही?

मलखान सिंह जी क्या कहेंगे? क्या नमिता और दीपक के बारे में कोई बात पता चल गई? या फिर कोई और बात है जानने के लिए पढ़ते रहिए।

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3 Comments

kashish

24-Sep-2023 12:06 PM

Amazing

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madhura

24-Sep-2023 08:57 AM

V nice

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Anjali korde

24-Sep-2023 08:53 AM

V nice

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